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निशु जी लोचन/ ब्यूरो
बिहार शयद वदल रहा है और इसकी शुरुयात शयद अंग के धरती से हुई है ! पूर्वी बिहार के जमुई जिले की झाझा प्रखंड के नागी-नगटी पक्षी आश्रयणी में आयोजित प्रथम राज्य पक्षी महोत्सव “कलरव” का आयोजन शयद इस बात को दर्शाता है.

सीएम नीतीश कुमार सभा को सम्बोधित करते हुए.
राज्य पक्षी महोत्सव “कलरव” का उदघाटन शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, जल संसाधन विभाग के मंत्री विजय कुमार, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, झाझा विधायक दामोदर रावत सिकंदरा विधायक प्रफुल्ल मांझी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात काफी चेबल बुक कलरव का भी विमोचन मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री द्वारा किया गया.

कार्यक्रम स्थल पर ग्रामीणों
सीएम, नीतीश कुमार ने आश्रयणी की खूबसूरत वादियों का बखान करते हुए अपने ऑफिसरो से कहा, “ कभी पहले क्यूं नहीं यहां लेकर आए हमें?” इस अवसर पर कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि पहले इस स्थान पर कभी नहीं आए थे लेकिन पहली बार आकर यह स्थल हमें काफी प्रभावित किया. उन्होंने साथ ही साथ चारो तरफ फैले पहारियो का अवलोकन करते हुए स्थान को काफी पौराणिक बताया. पर्यावरण की दृष्टिकोण से यह बहुत महत्वपूर्ण स्थल है. जहां वृक्षारोपण कर चारों ओर हरियाली फैलाई हुई है.

आल्हादित नीतीश पक्षी देख कर.
प्रकृति की गोद में बसा यह स्थल पक्षियों के ठहरने का सबसे अच्छा स्थल है. सर्दी के मौसम में हवाईमार्ग से कई विदेशी पक्षी जो 13 दिनो से भी अधिक समय लगाकर यहां पर पहुंचते हैं और अपने आने वाले पीढ़ी को भी इस स्थल पर लाते हैं. और यहां पर चार माह अपना ठहराव स्थल रखते है. यह गौरव की बात है. पक्षियों के लिए यह स्थल अत्यंत ही मनमोहक है. सीएम ने आगे कहा कि पर्यावरण की दृष्टिकोण से यह जगह काफी महत्वपूर्ण है. यहां पर जल जीवन हरियाली अभियान काफी अच्छा है. यहां के इस स्थल पर पक्षियों की संख्या भी काफी है. उन्होने लोगों से कहा कि जल का सरंक्षण करें और हरियाली को बढ़ावा दें. अगर जल संरक्षित है और हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है. यह सिर्फ मनुष्य का ही नहीं जीव जंतु पशु पक्षी सबका है. उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड जब अलग हुआ तो बिहार में वृक्ष कम था हरित आर्वन 9 प्रतिशत ही था और 2012 से वृक्षारोपण अभियान बड़े पैमाने पर किया गया अब करीब 15 प्रतिशत हो गया है और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा.

सभा स्थल में जुटे ग्रामीणओ की भीड़.
सीएम ने लोगो को कहा कि नए पीढ़ी के लोगो को प्रेरित करिए और एक-एक चीज को दिखाइए जिससे उनका ज्ञान प्रकृति, पक्षियों के प्रति बढ़ेगा. पर्यावरण के प्रति उनकी जागृति बढ़ेगी इससे मानव जीवन के साथ सबका जीवन सुरक्षित रहेगा और पृथ्वी का विकास होगा तब पृथ्वी सरंक्षित रहेगा. उन्होने कहा कि पक्षियों का सरंक्षण करे इन्हे न मारे. बिहार के साथ अन्य राज्यो के लोग भी जानेगे. पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. ऐसा आयोजन हर वर्ष करना चाहिए ताकि सभी लोग प्रेरित हों. वहीं उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद एवं जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि पक्षियों का सरंक्षण करना हमलोगों की जिम्मेदारी है. जलवायु परिवर्तन के कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है. अपने प्रांत के पक्षी महोत्सव में पहुंचकर बहुत खुशी हुई है. नागी-नकटी डैम जल संसाधन के अधिन आता है. यह स्थल दुनियाभर के पक्षियों के लिए आश्रयणी बना है. स्थानीय लोगों का पक्षियों के सरंक्षण करने में जो भूमिका है वे धन्यवाद के पात्र है.

पर्दशानी को अवलोकन करते हुए नीतीश.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद शनिवार को हैलिकाप्टर से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. सीएम के उतरते ही एनडीए कार्यकर्ताओं द्वारा बुके देकर उनका स्वागत किया गया. इससे पूर्व हैलिपैड पर ही सीएम नीतीश कुमार को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया. सीएम नागी डैम पहुंचकर सर्वप्रथम पक्षी संचेतना केंद्र का उद्घाटन फीता काटकर किया. साथ ही पक्षी विशेषज्ञ के एक दल ने पक्षियों के विभिन्न प्रजातियों के बारे में टीवी डिस्पले पर पक्षियों के प्रजाति की जानकारी दी. उसके बाद वाॅच टावर पर पहुंचकर टेलीस्कोप के माध्यम से सीएम ने नागी डैम की खुबसूरत वादियों में आए पक्षियों को देखा. इसके पश्चात सीएम नौका विहार कर पुरे डैम परिसर में पक्षियों का अवलोकन किया. इसके उपरांत कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे बिहार की सुप्रसिद्व गायिका मैथली ठाकुर के गीतों का भी आनंद उठाया.
मौके पर झाझा विधायक दामोदर रावत,सिकंदरा विधायक प्रफुलचंद्र मांझी,तारापुर विधायक मेवालाल चैधरी,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह,मुंगेर प्रमंडल आयुक्त वंदना किमी, डीआईजी सफीउल हक़, मुख्य वन प्राणी प्रतिपालक पीके गुप्ता,वनविभाग पदाधिकारी गोपाल सिंह,जमुई डीएम अवनिश कुमार,एसपी प्रमोद कुमार मंडल,जमुई डीएफओ सत्यजीत कुमार,भागलपुर प्रमंडल वन पदाधिकारी भरत चितापल्ली सहित बांबे नेचुरल हिस्ट्री सोसाईटी के वैज्ञानिक सहित कई लोग मौजूद था.

सीएम नागी डैम पर नौका से सैर करते हुए.
तीन दिवसीय महोत्सव में लगे विभिन्न प्रकार के स्टाॅल पर सीएम पहुंचकर हर स्टाॅल पर लगाए गए सामानों की विशेषताओं से रूबरू हुए. ईडीसी डेवलपमेंट कमेटी द्वारा मूर्ति कला कौशल,औषधी पौधा,डाक टिकटो के माध्यम से पक्षियों का सरंक्षण,मशरूम उत्पादन एवं गौरेया सरंक्षण,जैविक खाद्य,मधुबनी पेंटीग से निर्मित सामग्री, कपड़ा, साड़ी, गमछा, खादी चादर सहित कई तरह के स्टाॅल पर सीएम पहुंचकर विभिन्न प्रकार के कलाकृति को देख मंत्रमुग्ध होए. सीएम ने डाक टिकटों से पक्षियों के सरंक्षण,पक्षियों की बनी मार्वल पत्थर से अनके प्रकार के मूर्ति आदि की तारीफ की तो वहीं पर्यावरण से कई फायदेमंद औषधीय पौधे की जानकारी ली. इस दौरान शहद, मरगिंगा पाउडर, सवई घास से निर्मित उत्पाद चटाई, गमला, गुलदस्ता, पर्स को भी देखा. वहीं पेड़ के पत्तों से बनाए जा रहे पत्तल स्टाॅल पर पहुंचकर महिलाओं के कार्य देखकर काफी प्रभावित हुए.

महिला स्टाल को निरिक्षण करते हुए सीएम नीतीश.
कहने को तो यह पक्षी महोत्सव बिहार सरकार द्वारा राज्य में पहेले वार आयोजित किया गया. पर बिहार में कोई और पक्षी आश्रयणी है. इन पक्षी आश्रयणीयो में पक्षीयो का शिकार आम बात है. “नागी-नगटी पक्षी आश्रयणी में यैसा कुछ नहीं है, यहाँ पक्षी अन्यो जगहों की तरह असुरिक्षित नहीं है,” स्थानीय लोगो ने दवी जुवान से कहा. कुछ कुरेदने के बाद एक स्थानीय युवक अपना परिचय छिपाते हुए कहा की चुकी यह क्षेत्र मायोवादियों का गढ़ रहा है, पक्षी का शिकार यहाँ पूरा बर्जित है. “शायद कोई गोली बन्दुक लेकर यहाँ पक्षी शिकार करने का हिम्मत करता होगा यहाँ पर और यही कारण है की यहाँ पक्षी पूर्ण रूप से सुरक्षित है यहाँ,” उस युवक ने कहा.
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