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भागलपुर जिला परिषद् कार्यालय.
निशु जी लोचन/
भागलपुर में जहाँ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में तथाकथित अनियमता के खिलाफ प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा सक्त कदम उठाने के खिलाफ जिले के तमाम पदाधिकारियो ने आयुक्त के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है वंहा आज जिला परिषद् में होनेवाले अविशस प्रस्ताव पर कार्यवाही होने के पहले जिला परिषद् भवन में तोड़फोड़ किया गया.
भागलपुर में जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सदस्यों की अहम बैठक बुलाई गई थी. भागलपुर के उप विकाश आयुक्त (डीडीसी) की मौजदगी में बैठक चल रही थी. लेकिन उसी बीच कुछ सदस्य आक्रोशित हुए और तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया.

तोड़फोड़ का कुछ नजारा .
नतीजा ज़िला परिषद अध्यक्ष के कार्यालय में तमाम कुर्सी और फर्नीचर तोड़ दिया गया। बाद चलकर असंतुष्ट गुट के सदस्यों ने कार्यालय में तालाबंदी कर दी. पूरे घटनाक्रम पर डीडीसी ने जांच के आदेश दिए हैं. चुकी अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वोटिंग होना था. लेकिन पर्याप्त सदस्य नहीं होने की वजह से बैठक स्थगित कर दी गई.

चेयर आदि पूरा तोड़ दिया गया.
दरअसल किस्सा कुर्सी से जुड़ा है. जानकारों का कहना है ज़िला परिषद के उपाध्यक्ष और अध्यक्ष के बीच तनातनी चल रहा था. अध्यक्ष टुनटुन साह आरती यादव के बीच बना द्वंद आज के हंगामे के कारण रहा. उपाध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक यादव ने तोड़फोड़ के बाद बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए कई सदस्यों का लिखित आश्वासन मिला था. लेकिन ज़िला

अध्यक्ष का नेम प्लेट उतार कर फेका गया.
परिषद अध्यक्ष टुनटुन साह पार्षदों को लेकर टूर पर चले गए. जबकि अविश्वास प्रस्ताव की तारीख अध्यक्ष ने ही तय किया था.
सूत्रों को माने तो, पिछले दिनों जिला परिषद् के अध्यक्ष के चुनाव के समय यह बात चर्चा में आई थी की चुनाव में धनवल का उपयोग सबसे ज्यादा हुआ था. “आज का पूरा नजारा उसी केंद्रविन्दु से संचालित हुआ,” सूत्रों का दावा है.
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