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निशु जी लोचन/ हमारे ब्यूरो
अंग्रेजी की एक कहावत ‘इतिहास दोहराये जाते है’ को कांग्रेस पार्टी द्वारा आज सामने ला दिया गया है. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कहे तो इतिहास को दोहराया जा रहा है- पार्टी के 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भूमिका और आज 2022 – 23 में भारत जोड़ो आंदोलन का शुरूयात कुछ इस प्रकार है.
राजनौतिक गलियारो में इस बात की चर्चा जोर पकड़ रहा है की आजादी के इतने वर्ष वाद कोंग्रेस की इस यात्रा की के नौबत क्यों आई है? जानकारों को मानना है की भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस ‘एक तीर दो शिकार’ की कहाबत को चरितार्थ करते हुए वीजेपी के समाने एक चुनौती पेश कर दिया है.
भागलपुर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बिहार के पशुपालन मंत्री अफाक आलम शहरी क्षेत्र की पदयात्रा में सम्मिलित होने पहुंचे वही उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि राहुल गांधी की मुहिम नफरत छोरो भारत जोड़ो को सफल बनाने के लिए हम सभी कांग्रेसी लगातार सड़कों पर है और जनता का अपार समर्थन मिल रहा है, गरीब तबके के लोग ज्यादा कांग्रेस के साथ जुड़ रहे हैं और उन्होंने यह भी एलान कर दिया की बिहार से ही लोकसभा चुनाव में परिवर्तन देखने को मिलेगा.
भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे बिहार विधायक दल की नेता अजीत शर्मा सहित, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, ज्योति सिंह और आनंद माधव सहित बिहार कोंग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, अखिलेश सिंह ने एक शब्द में केंद्र में वीजेपी सरकार की गैरसंविधानिक गतिविधियों पर वार करते हुए यह आक्षेप लगाया की देश में अब सरकार नफरत की आँधी चलाकर देश की संविधान को ख़तम करने के ओर है.
फ़िलहाल , पुराणों में वर्णित बिहार के भागलपुर कमिश्नरी में बांका के समंदर मथनी मंदार जहा से 14 रत्नों में अमृत और विष भी निकला था, उसी मंदार मथनी पहाड़ी के तलहटी से बिहार कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत के बाद आज यह यात्रा भागलपुर होते हुए खगड़िया की ओर प्रस्थान कर गया. जानकारों का कहना है कांग्रेस अमृत की तलाश में गांव गांव और शहर शहर को जा रही है. कांग्रेस की वीजेपी के खिलाफ इस मुहीम अगले साल पार्टी को जनादेश लाने में निचित रूप सहायक होगा यह भारत जोड़ो यात्रा में चलरहे नेताओ का मानना है. आनेवाले समय ही इसका जवाब दे सकेगा.
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