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साहेबगंज में एक अवैध पत्थर खादान.


अवैध ब्लास्टिंग में मरे तीन, संथाल परगना अवैध पत्थर खादानो लिए प्रसिद्ध है !

@news5pm

June 20th, 2017

नीरज/

साहेबगंज का बरहड़वा प्रखंड के  कोटालपोखर थाना क्षेत्र के फुलचुवा के एक पत्थर खादान में अवैध ब्लास्टिंग से तीन लोगों की मौत और तीन लोग गंभीर रूप से घायल है. घायलों का इलाज पश्चिम बंगाल के बरहमपुर और कोलकाता के अस्पताल में चल रहा है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फुलचुवा गांव के एक पत्थर खदान में बीते सोमवार की शाम में ब्लास्टिंग के केला और टोपी लगाया जा रहा था,ब्लास्टिंग की पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी. अचानक आसमानी बिजली की तेज कड़क के कारण ब्लास्ट हो गया. वही ब्लास्टिंग के कारण दो मजदूरों की मौत घटना स्थल पर हो गई. वही एक मजदूर पश्चिम बंगाल के अस्पताल में दम तोड़ दिया है. जबकि दो की हालत गंभीर होने के कारण पश्चिम बंगाल के कोलकाता रेफर कर दिया गया है. तथा एक का इलाज पश्चिम बंगाल के बरहमपुर में किया जा रहा है.

उक्त मामले को रफा दफा करने के लिए आसमानी बिजली से मौत की रूप स्थानीय थाना एवं पत्थर माफिया द्वारा किया जा रहा है. सूत्रों की माने तो लाखों रुपये देकर पूरे मामले को मैनेज किया गया है. हालांकि स्थानीय पुलिस द्वारा वरीय पुलिस पदाधिकारी के भय के कारण फूंक फंक कर कदम रखा जा रहा है. आश्चर्य की बात यह है कि स्थानीय पुलिस और कुछ दलाल किस्म के लोग मौत से भी सौदा करने में पूरी ताकत लगाए हुए है.  मृतक का पहचान (1)प्रेम घोष-फुलचुआ, (2)गंगवा घोष के भाई-फुलचुआ (3)एक तेली है-भदाय टांड़ का और तीन का इलाज चल रहा है एक बरहमपुर और दो कोलकाता  में.

खदान में कम करना मौत से खेलना जैसा.

 

जानकारों के अनुसार यैसा घटानाओ इलाके के लिए कोई नई चीज नहीं है. पत्थर माफिया और पुलिस की मिलीभगत से पुरे संथाल परगना में यैसा खेल सदियो से चले आ रहा है. स्थानीय जनजाति जिनके जमींन में यह खेल खेला जाता है, में काफी रोष है पर वे इन ताकतवरो के सामने कुछ करने में असमर्थ है. रंजीत कुमार सिंह, साहेबगंज कॉलेज के एक अध्यापक के अनुसार यैसा कुकुरमुत्ते के तरह उग आये पत्थर खादानो के चलते न ही लोग मर रहे है पर इससे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुच रहा है. हैरत इस बात की है की सव कुछ जानने वाद भी प्रशासन मूक दर्शक वना हुआ है.


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