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ब्यूरो रिपोर्ट
भागलपुर : भागलपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू होने के पहेली ही यह एक बडा बिबाद के घेरे में आ गया | कृषि उत्पादन बाजार समिति के प्रांगण, बागवाड़ी जहा भागलपुर में अत्रिकमन से बिस्थापित हुए लोगो के लिया दुकान आवंटन का काम चल रहा था, एक घोटाले में फसता नजर आ रहा है|
अभी तक के सबसे महत्यपूर्ण घटनाक्रम में पूर्व एसडीओ कुमार अनुज इस घोटाले में बुरे फंस गए हैं। भागलपुर जिला प्रसाशन पूर्व एसडीओ का निलंबन का अनुशंसा कर उस पर बिभागिय करवाई चालवाने का सरकार से अनुरोध किया है| इसके पहले, दुकान आवंटन में अनियमितता की जांच करने वाली समिति ने उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी। इस अनुशंसा पर अप्रैल २ की देर रात बबरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सदर अनुमंडल की कार्यपालक दंडाधिकारी राजेश्वरी कुमारी पोद्दार ने बबरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दिए आवेदन में कहा है कि चूंकि मामला गंभीर वित्तीय अनियमितता का है। अत: अपराध निरोधक कार्रवाई अपेक्षित है। देरी होने पर साक्ष्य से छेड़छाड़ की आशंका है। जिससे सरकार की छवि धूमिल होगी और राज्यहित बाधित होगा। अनुरोध किया गया है कि सुसंगत धाराओं के अधीन प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए।
सम्प्रति आर टी ई कार्यकर्ता अजीत कुमार सिंह से प्राप्त परिवाद पत्र में लगाए गए आरोपों के संबंध में डीएम, भागलपुर, आदेश तितार्मारे ने डीडीसी को जांच कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया था। डीडीसी, अमित कुमार ने इस आदेश पर पांच सदस्यीय जांच दल का गठन कर लगाए गए आरोपों की बिंदुवार जांच करने के बाद 29 अप्रैल को डीएम को रिपोर्ट समर्पित किया है। आवेदन में कहा गया है कि बाजार समिति बागवाड़ी में दुकान, गोदाम के जीर्णोद्धार व नव निर्माण की स्वीकृति प्रशासक, बिहार राज्य कृषि विपणन से नहीं ली गई है। इसके बावजूद नई दुकान, दुकान सह गोदाम और गोदाम का कार्य कुमार अनुज के द्वारा मौखिक निर्देश के आलोक में किया गया। जांच दल द्वारा उक्त तथ्यों की पुष्टि उपस्थित व्यक्तियों के द्वारा किये जाने की बात कही गई है।
क्या होगा इन दुकानदारो का :
बागवाड़ी में दुकान आवंटन में गड़बड़ी पर पूर्व एसडीओ कुमार अनुज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अब दुकानों का आवंटन रह होगा या इन दुकानदारों को सरकारी मान्यता मिलेगी, इसको लेकर संशय बरकरार है। दुकानदार दुकान खोलने को लेकर जहां उत्साहित हैं वहीं प्रशासन इस पूरी प्रक्रिया को अवैध व अनाधिकृत मान रहा है। ऐसी स्थिति में दुकानदार भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। जब तक प्रशासक के स्तर पर अनुमति नहीं मिलती है तब तक पूरा कारोबार ही अवैध और अनाधिकृत की श्रेणी में आता है। दुकानदारों ने जिला प्रशासन से घटनोत्तर स्वीकृति की भी अपेक्षा की है ताकि जो पूंजी फंसी है वह काम आ सके।
एसडीओ के माँ लगा चुकी है भागलपुर डीएम के ऊपर कोई गंभीर आरोप :
पटना में रहनेवाली एसडीओ का माँ भागलपुर के डीएम तितार्मारे के ऊपर कोई गंभीर लगाकर मुखमंत्री नितीश कुमार को एक खुली चिट्टी लिख्चुकी है | उन्होंने उस चिट्टी में डीएम, भागलपुर के ऊपर गंभीर आरोप लागते हुए अपनी बेटा को निर्दोष कही है उसको फसाने की बात भी कही है | हालाकि तितार्मारे सारे प्रकरण को निराधार बताते हुए उचित कार्यवाही करने की बात कहा है. तकरीवन एक हज़ार पन्नो से अधिक जाँच रिपोर्ट आने के बाद डीएम् ने सरकार से अनुज कुमार के खिलाफ सक्त कारवाई करने का अनुरोध भेजा है|
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